पलवल, 8 फरवरी –जिले के तीन गांवों सदरपुर, अलावलपुर हुए बढराम गांव के जंगल में तेंदुआ दिखाने के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। सुबह सैर कर रहे पिता-पुत्र ने तेंदुआ को ईख के खेत में जाते हुए देखा था। जिसकी सूचना पर पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों के साथ पुलिस व वन विभाग की टीम ने खेतों को चारों तरफ से जाल लगाकर घेरा हुआ है। वन विभाग की टीम तेंदुआ की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन अभी कोई सफलता हासिल नहीं लग सकी है। पिछले दस दिन में जिले के स्यारोली, धतीर सहित अन्य जगहों पर भी तेंदुआ देखा गया था।
बता दें कि जिले के सदरपुर ,अलावलपुर और बढराम गांव में तेंदुए की मौजूदगी के सबूत मिले है, एक ग्रामीणों ने तेंदुआ की वीडियो भी बना ली थी। ग्रामीणों से जंगल में तेंदुए को देखे जाने की सूचना मिलते ही अलावलपुर पुलिस चौकी प्रभारी कुलदीप टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और वन विभाग गुरुग्राम से टीम पिंजरा व जाल लेकर मौके पर पहुंच गई।
अन्य जंगली जानवरों की खेतों में मिल रही हैं हड्डियां
वन विभाग के गुरुग्राम से आए इंस्पेक्टर ज्योति कुमार ने बताया कि टीम जुटी हुई है। गुरुग्राम से आए वन विभाग के इंस्पेक्टर ज्योति कुमार के नेतृत्व में आई टीम ने ईख के खेत को चारों तरफ से जाल से घेर लिया है। टीम को यहां कई जंगली पशुओं की हड्डियां मिली हैं, जो किसी बड़े शिकारी जानवर की मौजूदगी की पुष्टि करती है। तेंदुए के पंजों के निशानों की जांच की जा रही है।
पुलिस प्रशासन और फारेस्ट विभाग के अधिकारी तेंदुआ की तलाश में जुटे
अलावलपुर चौकी प्रभारी कुलदीप ने बताया कि तेंदुआ सदरपुर के ग्रामीणों ने जंगल में देखा था। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने इसकी सूचना देकर वन विभाग की टीम को मौके पर बुला लिया। जिले में तेंदुआ को इससे पहले हथीन के जंगल में, उसके बाद श्यारोली गांव के जंगल में, उसके बाद धतीर गांव के जंगल में और अब सदरपुर अलावलपुर और बढराम गांव के जंगल में देखा गया है। यह पूरा वाक्य करीब एक माह के अंदर का है। वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीमें लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही है और तेंदुए को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चला रही है। जिले के सदरपुर गांव निवासी जगदीश ने बताया कि वह बुधवार को अपनी बाइक पर अपने दोस्तों के साथ अलावलपुर से अपने गांव सदरपुर जा रहा था, उसी दौरान तेंदुआ खेत से निकला और उनकी बाइक के पास से छलांग लगाकर सडक़ की दूसरी ओर खेतों में चला गया। जिससे वे डर गये और अपने गांव जाकर इ भीस बारे में ग्रामीणों को बताया।