भिवानी, 29 सितंबर : हरियाणा विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा के 90 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है। वही कांग्रेस के 89 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे है। कांग्रेस ने एक भिवानी विधानसभा क्षेत्र से सीट इंडिया गठबंधन के तहत माकपा को दी है। भिवानी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस व माकपा के सांझे उम्मीदवार कामरेड ओमप्रकाश व भाजपा के तीन बार के विधायक घनश्याम सर्राफ के बीच सीधा मुकाबला बना हुआ है। भिवानी विधानसभा में दो लाख 35 हजार 10 मतदाता है। जिनमें एक लाख 23 हजार 168 पुरूष तथा एक लाख 11 हजार 839 महिला मतदाता है।
31 गांवों में ग्रामीण आबादी करेगी विधायक का फैसला
भिवानी विधानसभा क्षेत्र से जहां कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा ना करके माक्र्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के कामरेड ओमप्रकाश को गठबंधन के तहत समर्थन दिया है। कामरेड ओमप्रकाश जहां भिवानी विधानसभा क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं सडक़, गली, पीने का पानी, कानून व्यवस्था, नगर परिषद में घोटाले की जांच तथा वर्तमान विधायक के तीन बार के कार्यकाल के फेलियर को लेकर चुनावी मुद्दा बनाए हुए है। वही भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सर्राफ केंद्र सरकार के सडक़ प्रोजेक्ट, राज्य सरकार की खर्ची-पर्ची, किसानों को 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने, आयुष्मान कार्ड से स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने तथा भिवानी विधानसभा क्षेत्र में हुए विभिन्न विकास कार्यो को मुद्दा बनाकर वोट मांग रहे है। वही आम आदमी पार्टी प्रत्याशी इंदु शर्मा भी इस मुकाबले को रोचक बनाए हुए है। यह विधानसभा क्षेत्र शहरी क्षेत्र है। इसके तहत भिवानी शहर में 31 वार्ड तथा ग्रामीण क्षेत्र में 31 ही गांव है। भिवानी शहर को छोटी काशी व मिनी क्यूबा भी कहा जाता है, क्योंकि यहां पर बड़ी संख्या में मंदिर है। साथ ही भिवानी शहर में प्रतिदिन दो हजार से अधिक मुक्केबाज क्यूबा देश की तर्ज पर यहां के विभिन्न खेल नर्सरियों में प्रैक्ट्सि करते है।
भिवानी विधानसभ क्षेत्र से वर्ष 2019 के चुनाव में भाजपा के घनश्याम सर्राफ ने 47.40 प्रतिशत मत प्राप्त कर जननायक जनता पार्टी के डा. शिव शंकर भारद्वाज को 27 हजार 884 मतों से हराया था। जिन्हे लगभग 25.98 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे। वर्ष 2014 व 2009 के चुनाव में भी घनश्याम सर्राफ भाजपा की टिकट पर यहां से जीते थे। वर्ष 2005 में कांग्रेस की टिकट पर शिव शंकर भारद्वाज यहां से विधायक बने। वर्ष 2000 में पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल यहां से विधायक रहे। 1991 व 1996 में हविपा की टिकट पर रामभजन अग्रवाल यहां से विधायक रहे।