हरियाणा,10 दिसम्बर,उकलाना मंडी : हल्के के गांव खैरी ने यह फैसला किया है कि कभी डीजे नहीं बजाएंगे। साथ ही मृ.त्यु भोज पर भी रोक लगा दी है। गांव में लोग शादी समारोह में 3-4 दिन पहले से ही डीजे बजाने लग जाते हैं, जिससे दूसरे लोगों को दिक्कतों को सामना करना पड़ता है, इसे देखते हुए पंचायत ने ऐसा फैसला किया है कि अब किसी के भी घर शादी में डीजे नहीं बजेगा। इसके अलावा पंचायत ने मृ.त्युभोज पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।उकलाना क्षेत्र के गांव खैरी में बैठक पूर्व पंच माटा राम की अध्यक्षता में हुई। जिसमें गांव में आज से ही डीजे बजाने तथा मृत्यु भोज देने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया तथा इस फैसले की अवहेलना करने पर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की गई है।
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सभा के अध्यक्ष पूर्व पंच माटा राम व नरेंद्र खैरी ने बताया कि आज गांव में जो शादी समारोह होते हैं उनमें पूरी-पूरी रात तेज आवाज में डीजे बजाया जाता है। यहां तक की अब तो यह चलन बन चुका है कि शादी से 3-4 दिन पहले ही घरों में डीजे बजाना शुरू हो जाता है। जिस कारण सभी ग्रामीण परेशान हो जाते हैं। ऊंची और तेज आवाज में डीजे बजाने के कारण पशुओं को भी कई बार दिक्कत हो जाती हैं। डीजे पर शराब पीकर युवा पीढ़ी नाचती है और फिर इस डीजे पर नाचने के कारण ही आपस में झगड़े होने लगते हैं। जिससे कई बार ज्यादा नुकसान होता है और आपसी भाईचारा भी खराब होता है। इसलिए आज से ही गांव खैरी में सभी ग्रामीणों ने डीजे पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।
सभा के अध्यक्ष पूर्व माटा राम व नरेंद्र खैरी का कहना ये
सभा के अध्यक्ष पूर्व माटा राम व नरेंद्र खैरी ने बताया कि ने बताया कि गांव में किसी बुजुर्ग की मृत्यु होने पर ग्रामीणों द्वारा मृत्यु भोज दिया जाता है। जिसका अब प्रचलन ज्यादा हो गया है। परिवार में शोक में होता है और उसके बावजूद सामाजिक मजबूरी के चलते परिवार को यह मृत्यु भोज करना पड़ता है। जो किसी भी प्रकार से सही नहीं है। कई बार तो हालात ये होते हैं कि जिस परिवार में बुजुर्ग की मौत होती है उसकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर होती है लेकिन सामाजिकता के नाते उसे मजबूरन कर्ज उठाकर भी मृत्यु भोज देना पड़ता है। जो किसी भी मायने से सही नहीं है। इस पर विचार विमर्श करने के बाद ग्रामीणों द्वारा आज से ही गांव खैरी में मृत्यु भोज देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
सभा के अध्यक्ष माटा राम व नरेंद्र खैरी ने बताया कि गांव खैरी में आप से ही डीजे बजाने तथा मृत्यु भोज देने पर पूर्ण से प्रतिबंध लगाया गया है और यह फैसला ग्रामीणों की सर्वसम्मति से किया गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से फैसला किया गया है कि अगर कोई व्यक्ति आज से गांव में डीजे बजाता है या मृत्यु भोज देता है तो उसके ऊपर ग्रामीणों की ओर से 11 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।वही ग्रामीणों ने बढ़ते नशे को लेकर चिंता जताई।