अम्बाला, 16 अक्टूबर – किसानों का पीला सोना पक कर तैयार हो चुका है और कट कर मंडियों में पहुंच गया है, जिसके बाद अब किसान अपनी अगली फसल लगाने में जुट गए है। अगली फसल लगाने से पहले किसान अपने खेतों में बचे पिछली फसल के अवशेषों को जला देते है जिसे पराली कहा जाता है।वही अंबाला जिले में अब तक पराली जलाने के कई मामले सामने आ चुके है, दूसरी तरफ प्रशासन लगातार किसानों को पराली न जलाने को लेकर जागरूक कर रहा है।
इस बारे में जानकारी देते हुए डीडीए जसविंदर सिंह ने बताया कि अभी तक 56 मामले आगजनी के ट्रेस किए गए थे जिनमें से 26 मामलों सही निकले और इन मामलों में हिसाब से किसानों पर अभी तक 62,500 का चालान किया गया है।यह मामले पिछले साल से 20% घटे हैं वही कल उपायुक्त अंबाला ने एक मीटिंग भी ली थी जिसमें किसानों पर एफआईआर दर्ज करने के लिए भी कहा गया है. डीसी ने आदेश दिए हैं कि जो भी किसान पराली जलता दिखाई देता है उसके ऊपर FIR दर्ज की जाए।