अंबाला (अंकुर कपूर): इन दिनों माता रानी के चैत्र नवरात्रे चल रहे हैं। मां के भक्तों में आपार श्रद्धा देखी जा रही है। हमारे देश में वैसे तो कई ऐतिहासिक मंदिर हैं जिनकी अपनी अलग-अलग पहचान हैं। इनमें से दूध से स्नान देश में सिर्फ दो जगह ही करवाया जाता है। एक अंबाला व दूसरा कलकत्ता में।
अंबाला के ऐतिहासिक काली मंदिर में ही मां को दूध से स्नान करवाया जाता है। दोनों ही जगह साल में दो बार आने वाले नवरात्रे में तीसरे नवरात्रे को दूध स्नान करवाया जाता है। अंबाला में काली मंदिर में दूध स्नान के बाद उस दूध की खीर बनाकर भक्तों को प्रसाद के रूप में दी जाती है। ऐसी मानता है कि “दूधो नहाओ पूतो फ्लो ” की कहावत यहां चरितार्थ होती है।
श्रद्धालु अपने-अपने घर से दूध लाकर माता की मूर्ति को स्नान करवाते हैं। बाद में इस दूध से खीर का प्रसाद बनाकर श्रद्धालुओं को दिया जाता है। श्रद्धालुओं की अगर मानें तो उनका कहना है कि वे काफी समय से इस मंदिर मे और यहां पर वे तीसरे नवरात्रे पर माता को दूध स्नान करवाते ही जिससे उनकी सारी मनोकामना पूरी होती है। इस मंदिर में वैसे तो सारा साल ही माता के भक्तों की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्रों मे इस मंदिर का विशेष महत्त्व है। भक्त सुबह से ही अपने घरों से दूध लेकर अपनी बारी का इंतज़ार करते हैं।