Chandigarh, 14 April-संविधान शिल्पी बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को विकास परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने दीनबंधु छोटूराम थर्मल पावर प्लांट, यमुनानगर में लगभग 8469 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 800 मेगावाट की तीसरी इकाई का शिलान्यास किया। इसके अलावा, यमुनानगर में 90 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले गोबर-धन संयंत्र का शिलान्यास और लगभग 1069 करोड़ रुपये से निर्मित रेवाड़ी बाइपास का भी उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संविधान शिल्पी बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को विकास परियोजनाओं की सौगात दी।प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा की गाड़ी विकास के पथ पर दौड़ रही है। हरियाणा के किसानों की मेहनत हर भारतीय की थाली में नजर आती है। हरियाणा की सरकार अब राज्य की 24 फसलों को एमएसपी पर खरीद रही है। हरियाणा के लाखों किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ भी मिल रहा है। इस योजना के तहत लगभग 9 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा क्लेम दिए गए। पीएम किसान सम्मान निधि से साढ़े 6 हजार करोड़ रुपये हरियाणा के किसानों के खातों में गए हैं। इतना ही नहीं, हरियाणा सरकार ने अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे आबियाना को भी खत्म कर दिया। अब किसानों को नहर के पानी पर टैक्स भी नहीं देना पड़ता। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार के प्रयासों से किसानों, पशुपालकों को आय के नए साधन मिल रहे हैं। गोबर्धन योजना में गोबर से और खेती के अवशेष से, दूसरे जैविक कचरे से बायोगैस बनाई जा रही है। इस वर्ष के बजट में देशभर में 500 गोबर्धन प्लांट बनाने का लक्ष्य रखा है। यमुनानगर में भी आज नए गोबर्धन प्लांट की आधारशिला रखी गई है। इससे नगर निगम के भी हर साल 3 करोड रुपए बचेंगे। गोबर्धन योजना स्वच्छ भारत अभियान में भी मदद कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में बिजली की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है और हमारी सरकार बिजली की उपलब्धता बढ़ाने के लिए चौतरफा काम कर रही है। चाहे वन नेशन-वन ग्रिड हो, नए पावर प्लांट हो, सोलर एनर्जी हो, न्यूक्लियर सेक्टर का विस्तार हो, हमारा प्रयास है कि देश में बिजली का उत्पादन बढ़े। राष्ट्र निर्माण में बिजली की कमी बाधा न बने। लेकिन कांग्रेस के दिनों को हमें भूलना नहीं चाहिए। वर्ष 2014 से पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, वो दिन भी सबने देखे हैं, जब पूरे देश में ब्लैक—आउट होते थे। बिजली गुल हो जाती थी। कांग्रेस की सरकार रहती तो देश को आज भी ऐसे ही ब्लैक—आउट से गुजरना पड़ता। न कारखाने चल पाते, न रेल चल पाती, न खेतों में पानी पहुंच पाता। यानी कांग्रेस की सरकार रहती तो ऐसे ही संकट बना रहता और बढ़ता। अब इतने वर्षों के प्रयासों के बाद आज हालात बदल रहे हैं। बीते एक दशक में भारत ने बिजली उत्पादन की क्षमता को करीब 2 गुणा किया है। आज भारत अपनी जरूरत को पूरा करने के साथ-साथ पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात भी करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक तरफ तो हम देश को पावर के मामले में आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देश के लोगों को पावर जनरेटर भी बना रहे हैं। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत घरों की छत पर सोलर पैनल लगाकर लोग अपने बिजली का बिल जीरो कर सकते हैं। इतना ही नहीं, जो अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होगा, उसे बेचकर लोग कमाई भी कर सकते हैं। अब तक देश के सवा करोड़ से ज्यादा लोग इस योजना के तहत पंजीकरण करा चुके हैं। हरियाणा के भी लाखों लोगों ने इससे जुड़ने के लिए आवेदन किया है। जैसे-जैसे इस योजना का विस्तार हो रहा है, इससे जुड़ा इकोसिस्टम भी बढ़ रहा है। सोलर सेक्टर में नई स्किल बन रही है, एमएसएमई के लिए नए मौके बन रहे हैं और युवाओं के लिए अनेक अवसर तैयार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एमएसएमई को बचाने के लिए सरकार ने लाखों करोड़ों रुपए की सहायता दी। छोटे उद्योग भी अपना विस्तार कर सकें, इसके लिए सरकार ने एमएसएमई की परिभाषा बदली है। अब सरकार छोटे उद्योगों के लिए स्पेशल क्रेडिट कार्ड की सुविधा देने जा रही है। क्रेडिट गारंटी कवरेज को भी बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना में पिछले 10 साल में बिना गारंटी 33 लाख करोड रुपए लोन के रूप में दिए जा चुके हैं। इस योजना के 50 प्रतिशत से भी ज्यादा लाभार्थी एससी, एसटी और ओबीसी परिवार से है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाते हुए चल रही है। बाबा साहेब अंबेडकर ने उद्योगों के विकास को सामाजिक न्याय का मार्ग बताया था। उन्होंने भारत में छोटी जोतों की समस्या को पहचाना था। बाबा साहेब कहते थे कि दलितों के पास खेती के लिए पर्याप्त जमीन नहीं है, इसलिए दलितों को उद्योगों से सबसे अधिक फायदा मिलता है। बाबा साहेब का विजन था कि उद्योगों से दलितों को ज्यादा रोजगार मिलेंगे और उनका जीवन स्तर ऊपर उठेगा। भारत में औद्योगिकीकरण की दिशा में बाबा साहब ने देश के पहले उद्योग मंत्री डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर काम किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दीनबंधु सर छोटू राम थर्मल प्लांट की तीसरी इकाई का काम शुरू हुआ है। इसका फायदा यमुनानगर को होगा, उद्योगों को होगा। भारत में जितना प्लाईवुड बनता है उसका आधा तो यमुनानगर में होता है। यहां एल्युमिनियम, कॉपर और पीतल के बर्तनों की मैन्युफैक्चरिंग बड़े पैमाने पर होती है। यहीं से पेट्रोकेमिकल प्लांट के उपकरण दुनिया के कई देशों में भेजे जाते हैं। बिजली का उत्पादन बढ़ने से इन सभी को फायदा होगा और यहां मिशन मैन्युफैक्चरिंग को मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 13 अप्रैल को जलियांवाला बाग हत्याकांड को 106 वर्ष पूरे हुए। इस हत्याकांड का एक पहलू भी है, जिसे पूरी तरह अंधेरे में डाल दिया गया। यह पहलू मानवता के साथ, देश के साथ खड़े होने का है। केरल के शंकरण नायर 100 साल पहले अंग्रेजी सरकार में बहुत बड़े पद पर विराजमान थे। लेकिन उन्होंने जलियांवाला बाग की घटना पर विदेशी शासन की क्रूरता के विरुद्ध अग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने अपने पद को छोड़ दिया। वे अपने दम पर लड़े और अंग्रेजी साम्राज्य को हिला कर रख दिया। यह सिर्फ मानवता के साथ खड़े होने का ही नहीं, बल्कि एक भारत—श्रेष्ठ भारत का भी उत्तम उदाहरण है। कैसे दक्षिण के केरल का एक व्यक्ति पंजाब में हुए हत्याकांड के लिए अंग्रेजी सत्ता से टकराया। यही प्रेरणा आज भी विकसित भारत की यात्रा में बहुत बड़ी ताकत है।