कुरुक्षेत्र : चन्द्रिका ( TSN)– किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों और सरकार के बीच हुई बात को लेकर कहा कि जब तक तिलहन फसलों पर MSP नहीं दी जाएगी, तब तक किसानों का कोई फायदा नहीं होगा और इस वार्ता का भी कोई फायदा नहीं होगा ।
कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में आज भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने प्रेसवार्ता की. उन्होंने कहा कि कल देर रात किसान संगठनों और केंद्रीय मंत्रियों की हुई बैठक में 5 फसलों को MSP देने की बात तय हुई, लेकिन इसमें तिलहन की फसलों को नही जोड़ा गया है। चढूनी ने कहा कि हरियाणा में इन फसलों का महत्व है।जब तक इन फसलों को MSP में शामिल नही किया जाता तब तक हरियाणा के किसानों के लिए सरकार द्वारा लिए गए फैंसले का कोई मतलब नही। उन्होंने कहा कि इन फसलों में बाजरे का जिक्र नहीं किया गया और न ही किसी क्षेत्र का जिक्र किया गया। यह भी एक मुद्दा है कि MSP किन किन राज्यों में दी जाएगी। अगर हरियाणा को इसमें शामिल नही किया जाता तो हरियाणा के किसान आंदोलन के लिए तैयार है। किसानों द्वारा लड़े जा रहे आंदोलन में हरियाणा के किसान पीछे नहीं है हरियाणा के किसानों ने भी इस आंदोलन में भूमिका निभाई है। चाहे वो टोल प्लाजा फ्री करने की बात हो चाहे ट्रेक्टर मार्च निकाला हो।
इंटरनेट बंद करने से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा
वही इंटरनेट सेवा में बंद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आजकल सभी कार्य इंटरनेट के माध्यम से हो रहे हैं। लोगों ने अपनी जेब में पैसा रखना बंद कर दिया है और इंटरनेट के ही जरिए से पैसे का लेनदेन कर रहे हैं। वही बच्चों की पढ़ाई भी इंटरनेट की वजह से बाधित हो रही है। नेट बंद करने से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा।