चरखी दादरी | जम्मू-कश्मीर के रामबन क्षेत्र में हुए सड़क हादसे में चरखी दादरी जिले के गांव सारंगपुर निवासी जवान अमित सांगवान वीरगति को प्राप्त हो गए। शहीद की सूचना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा, तो ‘शहीद अमित अमर रहें’ के नारों से आसमान गूंज उठा। शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बहन ने दी मुखाग्नि
शहीद अमित सांगवान की अंतिम यात्रा में भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह, दादरी विधायक सुनिल सांगवान की पत्नी सुनीता सांगवान, प्रशासनिक अधिकारी और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। इस दौरान उनकी बहन सीमा ने उन्हें मुखाग्नि दी। पुलिस टुकड़ी ने सलामी देकर अपने वीर जवान को अंतिम विदाई दी।
हादसे में कई जवान हुए थे शहीद
गौरतलब है कि दो दिन पहले जम्मू-कश्मीर में सेना का वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर गहरी खाई में गिर गया था। इस हादसे में कई सैनिक शहीद हो गए थे। अमित सांगवान भी उन्हीं में से एक थे। उनका पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ बाइकों के काफिले द्वारा उनके पैतृक गांव लाया गया।
मां बोलीं— बेटे की शहादत पर गर्व
शहीद अमित की मां कृष्णा देवी ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने देश सेवा का वादा निभाया और कभी मां के दूध की लाज नहीं रखी। आज उसका नाम पूरे देश में लिया जाएगा।”
जनप्रतिनिधियों ने दी श्रद्धांजलि
सांसद धर्मबीर सिंह ने शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होकर कहा कि देश की रक्षा के लिए शहीद हुए जवानों की कुर्बानी कभी भूलाई नहीं जा सकती। वहीं, विधायक सुनील सांगवान की पत्नी सुनीता सांगवान ने कहा कि उनके भी बच्चे सेना में हैं, और एक मां ही जानती है कि शहादत का दर्द क्या होता है।