अंबाला (अंकुर कपूर): हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के टी ग्रुप ने एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। विज के ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापिस आने के बाद उन्होंने अनुभव को सांझा करने के लिए संवाद कार्यक्रम रखा।विज ने अपने भाषण के दौरान ये बात कही कि उन्होंने अपने घर के दरवाजे कभी बंद नहीं किए। 24 घंटे उनके घर के दरवाजे खुले होते हैं। हालांकि किसी मंत्री को अपना हेडक्वाटर चंडीगढ़ में रखना होता है लेकिन विज अपने विधानसभा क्षेत्र में रहकर ही लोगों की समस्याएं सुनते हैं।
हरियाणा में विज 6 बार विधायक बने और सबसे सीनियर मोस्ट मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि सीनियर मोस्ट मंत्री होने की वजह से मुख्यमंत्री के साथ वाली कोठी उन्हें मिल रही थी। लेकिन उन्होंने अंबाला छावनी में ही कैंप ऑफिस रखा है, ताकि वो विधानसभा क्षेत्र से नियमित तौर से जुड़े रहे। विज के अंबाला में कैंप ऑफिस चुनने की वजह से उनकी कठिनाई काफी बढ़ गई हैं। जिसकी वजह से वह अधिकारियों के साथ कम मीटिंग ले पाते हैं। अब विज रोजाना 60 किलोमीटर का सफर कर के चंढीगढ़ दफ्तर जाते हैं और अंबाला की जनता के साथ जुड़े हुए हैं।
विज ने इस संवाद कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि 30 साल के राजनीतिक जीवन में पहली बार गुफ्तगू कार्यक्रम किया गया है। ऑस्ट्रेलिया में ऑल हरियाणा एसोसिएशन ने अहम भूमिका निभाई। विज ने कहा कि 8 दिनों में कोई गाड़ी हायर करने की जरूरत नहीं पड़ी। अच्छे होटल में कमरा बुक था, लेकिन वहां लोगों का इतना प्यार मिला कि उन्होंने होटल में खाना तक नहीं खाया। कभी किसी के घर खाना, किसी के घर चाय पी। यह उनके लिए गर्व की बात है कि अंबाला का नागरिक ऑस्ट्रेलिया की संसद में गीता पर विचार रख रहा है।
हरियाणा में आकर इंडस्ट्री लगाने की बात कही, जिस पर ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि अगर सरकार का सहयोग मिले तो वो हरियाणा में स्पोर्ट यूनिवर्सिटी स्थापित करना चाहते हैं। विज ने कहा की उनकी एक मीटिंग कैबिनेट मिनिस्टर स्टील के साथ हुई जो कि लगभग एक घंटा चली यहां तक कि मिनिस्टर स्टील ने अगले महीने हरियाणा आने की बात कही है।