Palwal, 13 September –रेलवे स्टेशन के पास धर्म पब्लिक स्कूल के निकट महाकाल की रसोई पिछले चार सालों से लोगों को सिर्फ 10 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध करा रही है। यहां मजदूर, ऑटो व रिक्शा चालक, दिव्यांग और अन्य श्रमिक वर्ग अपना खाना बेहद किफायती दाम पर खाते हैं। केवल 10 रुपये की थाली में दो सब्जियां, रोटी, चावल, रायता और मिठाई मिलती है।
शनिवार को रसोई ने अपने 4 साल पूरे होने पर विशाल भंडारे का आयोजन किया, जिसमें लगभग 3,000 लोगों ने भोजन किया। संस्था के पदाधिकारी महेश बिंदल उर्फ़ नैना और बलराम गुप्ता ने बताया कि सभी व्यंजन उनके कारीगरों के हाथों से तैयार किए जाते हैं और बिना मसाले का, बिल्कुल घर जैसा स्वाद रखते हैं।महाकाल की रसोई में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक खाना परोसा जाता है और इसके लिए लोग पहले से ही लाइन लगाते हैं। रसोई दान से संचालित होती है, जिसमें लोग मासिक योगदान कर सकते हैं और इसे इनकम टैक्स में छूट भी मिलती है।रोज़ाना यहां भोजन करने वाले मजदूरों ने बताया कि पहले उन्हें बाहर खाना खाने पर 50–60 रुपये खर्च करने पड़ते थे और इतना खर्च होने के बावजूद उन्हें अच्छा खाना नहीं मिलता था। महाकाल की रसोई के कारण उन्हें अब काफी बचत हो रही है और खाना भी स्वादिष्ट और सेहतमंद मिलता है।